4783.*पूर्णिका*
4783.*पूर्णिका*
🌷 नजर नजारा जानते 🌷
22 22 212
नजर नजारा जानते।
देख इशारा जानते।।
दरिया सा ये शांत मन ।
पार किनारा जानते।।
चाहत बदले भाग्य भी ।
कौन सहारा जानते।।
रहते जिसके नेक दिल ।
बात करारा जानते ।।
पाकर खेदू साथ कुछ ।
नाथ पुकारा जानते।।
……….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
29-10-2024मंगलवार