4754.*पूर्णिका*
4754.*पूर्णिका*
🌷 बात पुरानी हो गई 🌷
22 22 212
बात पुरानी हो गई ।
रात कहानी हो गई ।।
कहते सच राजा मिले।
अपनी रानी हो गई ।।
हाथ लकीरें किस्मत की ।
जंग जवानी हो गई ।।
दुनिया देती ठोकरें।
राह मस्तानी हो गई ।।
बुजदिल खेदू है नहीं ।
पानी पानी हो गई ।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
24-10-2024गुरूवार