4746.*पूर्णिका*
4746.*पूर्णिका*
🌷 दुनिया की दुनिया है 🌷
22 22 22
दुनिया की दुनिया है ।
अपनों की दुनिया है ।।
प्यार करो प्यार मिले।
सज्जनों की दुनिया है ।।
मौका का लाभ उठा ।
सुमनों की दुनिया है ।।
न भरोसा तोड़े हम ।
सपनों की दुनिया है ।।
खुशियांँ देते खेदू।
भजनों की दुनिया है ।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
23-10-2024बुधवार