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22 Oct 2024 · 1 min read

4738.*पूर्णिका*

4738.*पूर्णिका*
🌷 आगे पीछे यहाँ 🌷
22 22
आगे पीछे यहाँ।
दुनिया पीछे यहाँ ।।
जिंदा देखो मुर्दा।
जीवन पीछे यहाँ ।।
कहना बेकार है ।
जाना पीछे यहाँ ।।
सब भोग विलास में ।
भागे पीछे यहाँ ।।
हरदम खेदू बढ़े।
आते पीछे यहाँ ।।
……✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
22-10-2024मंगलवार

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