4715.*पूर्णिका*
4715.*पूर्णिका*
🌷 बेगरज देखा हमने🌷
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बेगरज देखा हमने।
बेअसर देखा हमने।।
साधते हरदम मतलब।
बेहया देखा हमने।।
वक्त यहाँ कहता सब कुछ ।
जिंदगी देखा हमने।।
चाह से ही राह यहाँ ।
बेकरम देखा हमने।।
सुन कहानी बस खेदू।
चेहरा देखा हमने।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
20-10-2024रविवार