4695.*पूर्णिका*
4695.*पूर्णिका*
🌷 देखो नाक यहाँ क्या 🌷
22 22 22
देखो नाक यहाँ क्या।
देखो धाक यहाँ क्या।।
आका अपना राका।
देखो चाक यहाँ क्या।।
धूल मिट्टी भी चंदन ।
देखो खाक यहाँ क्या।।
मौका ठौका चौका।
देखो ताक यहाँ क्या।।
दुनिया भूखी खेदू।
देखो फाक यहाँ क्या।।
…..✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
17-10-2024 गुरुवार