4658.*पूर्णिका*
4658.*पूर्णिका*
🌷 फितरत क्या जान गए 🌷
22 22 22
फितरत क्या जान गए ।
कसरत क्या जान गए ।।
करते तुमसे मुहब्बत।
हसरत क्या जान गए ।।
पागल हूँ आवारा।
जुररत क्या जान गए ।।
मंजिल में मंजिल भी ।
नुसरत क्या जान गए ।।
नेकी नेकी खेदू।
हजरत क्या जान गए ।।
…………✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
15-10-2024 मंगलवार