4646.*पूर्णिका*
4646.*पूर्णिका*
🌷 अपना बन साथ निभाते 🌷
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अपना बन साथ निभाते।
सजना बन साथ निभाते।।
दूर नहीं रह पास यहाँ ।
दामन बन साथ निभाते।।
प्यार करें देखो यारों ।
माखन बन साथ निभाते।।
रिमझिम देख फुहार यहाँ ।
सावन बन साथ निभाते।।
दिन रात लहर है खेदू।
पावन बन साथ निभाते।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
15-10-2024 मंगलवार