4620.*पूर्णिका*
4620.*पूर्णिका*
🌷 कुछ भी ना कहेंगे हम 🌷
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कुछ भी ना कहेंगे हम ।
साथ जहाँ रहेंगे हम ।।
देना था दिया सब कुछ ।
खुशियांँ गम सहेंगे हम ।।
बहती प्रेम की धारा ।
बनके नद बहेंगे हम ।।
बदले दौर दुनिया भी।
न यहाँ जुल्म ढ़हेंगे हम ।।
तमन्नाएं यहाँ खेदू।
सनम तुझे चहेंगे हम ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
12-10-2024 शुक्रवार