Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2024 · 1 min read

4614.*पूर्णिका*

4614.*पूर्णिका*
🌷 प्यार का रंग अलग होता 🌷
2122 22 22
प्यार का रंग अलग होता।
यार का रंग अलग होता ।।
रंगते है रंगोली भी ।
चार का रंग अलग होता ।।
देख गिरते ऊपर नीचे।
धार का रंग अलग होता ।।
बेखयाली में बस जीते।
भार का रंग अलग होता ।।
सोच खेदू मजबूत यहाँ ।
मार का रंग अलग होता ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
11-10-2024 शुक्रवार

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
पूर्वार्थ
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अरुणोदय
अरुणोदय
Manju Singh
I'm trying to be happy
I'm trying to be happy
VINOD CHAUHAN
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
Keshav kishor Kumar
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
Ashwini sharma
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
Mukesh Kumar Rishi Verma
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
*** हम दो राही....!!! ***
*** हम दो राही....!!! ***
VEDANTA PATEL
ज़माने में
ज़माने में
surenderpal vaidya
ज़िंदगी पर तो
ज़िंदगी पर तो
Dr fauzia Naseem shad
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
Chandra Kanta Shaw
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
आकुल बसंत!
आकुल बसंत!
Neelam Sharma
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
" पायदान "
Dr. Kishan tandon kranti
अनुराग मेरे प्रति कभी मत दिखाओ,
अनुराग मेरे प्रति कभी मत दिखाओ,
Ajit Kumar "Karn"
तिनका तिनका सजा सजाकर,
तिनका तिनका सजा सजाकर,
AJAY AMITABH SUMAN
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
Shyam Sundar Subramanian
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
।।।
।।।
*प्रणय*
4122.💐 *पूर्णिका* 💐
4122.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
Atul "Krishn"
खेल और भावना
खेल और भावना
Mahender Singh
!! मेघ !!
!! मेघ !!
Chunnu Lal Gupta
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
कुछ ही देर लगती है, उम्र भर की यादें भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विनती
विनती
कविता झा ‘गीत’
Loading...