4580.*पूर्णिका*
4580.*पूर्णिका*
🌷 हम राज बता गए 🌷
22 2212
हम राज बता गए ।
हम ताज बता गए ।।
बनती दुनिया यहाँ ।
हम काज बता गए ।।
बढ़ते यूं राह चल ।
हम नाज बता गए ।।
खिलते ये फूल भी ।
हम लाज बता गए ।।
खुशियाँ खेदू जहाँ ।
हम बाज बता गए ।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
08-10-2024 मंगलवार