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5 Oct 2024 · 1 min read

4546.*पूर्णिका*

4546.*पूर्णिका*
🌷 तेरी खामोशी बता जाती 🌷
22 22 212 22
तेरी खामोशी बता जाती ।
देख फरोशी बता जाती ।।
उपहार जहाँ जिंदगी अपनी।
दिल से सरगोशी बता जाती ।।
हरदम खिलती महकती बगियां ।
कलियां आगोशी बता जाती ।।
पागल जिसके प्यार में रहते।
होशी बेहोशी बता जाती।।
दुनिया का क्या रंग है खेदू।
दास्तान बदोशी बता जाती ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
05-10-2024 शनिवार

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