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4 Oct 2024 · 1 min read

4539.*पूर्णिका*

4539.*पूर्णिका*
🌷 मन है मंदिर 🌷
22 22
मन है मंदिर।
तन है मंदिर।।
दुनिया प्यारी ।
जन है मंदिर।।
रखते आस्था ।
हल है मंदिर।।
राख भरोसा ।
बल है मंदिर ।।
नेकी खेदू।
पथ है मंदिर।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
04-10-2024 शुक्रवार

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