4537.*पूर्णिका*
4537.*पूर्णिका*
🌷 वक्त है साथी 🌷
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वक्त है साथी ।
मस्त है साथी ।।
कहती दुनिया ।
व्यस्त है साथी ।।
मेहनत जहाँ ।
पस्त है साथी ।।
यूं मीनारें ।
ध्वस्त है साथी ।।
प्यारा खेदू।
हस्त है साथी ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
04-10-2024 शुक्रवार