4522.*पूर्णिका*
4522.*पूर्णिका*
🌷 अपना ठिकाना देखते 🌷
2212 2212
अपना ठिकाना देखते।
सपना जमाना देखते।।
यूं बदलती ये जिंदगी।
बस मन लगाना देखते।।
पूरी जहाँ चाहत यहाँ ।
खुशियांँ सजाना देखते।।
नव रंग भरते रंग भी ।
साथी मस्ताना देखते।।
दुनिया करें खेदू भला ।
बिगड़े बनाना देखते।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
03-10-2024 बुधवार