4519.*पूर्णिका*
4519.*पूर्णिका*
🌷 आया फिर नवरात का दिन 🌷
22 22 2122
आया फिर नवरात का दिन ।
आस्था है सौगात का दिन ।।
जीवन महके देख अपना।
जैसा हो बारात का दिन ।।
हरदम कोई साथ रहते।
सच देख करामात का दिन ।।
रंग यहाँ जब बदलते वक्त ।
याद करें औकात का दिन ।।
आती खुशियाली रोज खेदू।
जाने नेक जकात का दिन ।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
03-10-2024 बुधवार