4483.*पूर्णिका*
4483.*पूर्णिका*
🌷 हम बात तिरंगा की करते 🌷
22 22 22 22
हम बात तिरंगा की करते।
सौगात तिरंगा की करते ।।
देखो त्याग यहाँ तपस्या भी।
नामात तिरंगा की करते ।।
हरियाली से लिपटे दुनिया।
बस मात तिरंगा की करते ।।
सत्य और अहिंसा राह यहाँ ।
नवरात तिरंगा की करते ।।
तरक्की सबकी अपनी खेदू।
जगरात तिरंगा की करते ।।
………..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
29-09-2024 रविवार