Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2024 · 1 min read

4478.*पूर्णिका*

4478.*पूर्णिका*
🌷 यूं हम गरजते तो नहीं🌷
22 212 212
यूं हम गरजते तो नहीं ।
बेजा बरसते तो नहीं ।।
कुछ नायाब होते रिश्तें।
मन भी दरकते तो नहीं ।।
चलते राह पर जब यहाँ ।
राही भटकते तो नहीं ।।
खुशबू बांटते बस रहे।
बगियां महकते तो नहीं ।।
अरमाँ आज खेदू रखें ।
दुनिया मचलते तो नहीं ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
28-09-2024 शनिवार

52 Views

You may also like these posts

"लाजिमी"
Dr. Kishan tandon kranti
ये बेजुबान हैं
ये बेजुबान हैं
Sonam Puneet Dubey
माता की ममता
माता की ममता
अवध किशोर 'अवधू'
मेरा भारत महान --
मेरा भारत महान --
Seema Garg
मन में क्यों भरा रहे घमंड
मन में क्यों भरा रहे घमंड
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भेजूंगा मैं जेल
भेजूंगा मैं जेल
RAMESH SHARMA
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
Rituraj shivem verma
जीवन और जिंदगी में लकड़ियां ही
जीवन और जिंदगी में लकड़ियां ही
Neeraj Agarwal
समय के साथ
समय के साथ
Davina Amar Thakral
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
Ashwini sharma
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
Ravi Prakash
कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब'
कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब'
komalagrawal750
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
हरेला
हरेला
आशा शैली
खोज करो तुम मन के अंदर
खोज करो तुम मन के अंदर
Buddha Prakash
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गए थे दिल हल्का करने,
गए थे दिल हल्का करने,
ओसमणी साहू 'ओश'
इश्क का वहम
इश्क का वहम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
gurudeenverma198
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैं उन सारी जगहों पर जहाँ बोलना जरूरी
चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैं उन सारी जगहों पर जहाँ बोलना जरूरी
Iamalpu9492
ए लड़ी, तू न डर
ए लड़ी, तू न डर
Usha Gupta
रतन चले गये टाटा कहकर
रतन चले गये टाटा कहकर
Dhirendra Singh
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
Sanjay ' शून्य'
आधुनिकता
आधुनिकता
pradeep nagarwal
शब की गहराई में सुरमई इश्क़ की कहानी,
शब की गहराई में सुरमई इश्क़ की कहानी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
भूल
भूल
Khajan Singh Nain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-10🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-10🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...