4470.*पूर्णिका*
4470.*पूर्णिका*
🌷 अब हम ना बोलेंगे🌷
22 22 22
अब हम ना बोलेंगे ।
अमिय सुधा घोलेंगे।।
अंतस की बात यहाँ ।
मस्त दिल ना खोलेंगे ।।
तरसाया यूं हरदम ।
नीयत ना डोलेंगे।।
राज करें जग में सच ।
स्थान जहाँ जो लेंगे।।
पाक यहाँ है खेदू।
हर चीजें तोलेंगे।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार