4464.*पूर्णिका*
4464.*पूर्णिका*
🌷 वक्त के संग ढ़ल जाओगे🌷
22 2122 22
वक्त के संग ढ़ल जाओगे।
बनके पेड़ फल जाओगे ।।
देते प्यार की हम थपकी ।
दिल भी मोम गल जाओगे ।।
हो खोटे सिक्के भी अपना।
नीयत साफ चल जाओगे ।।
लाल सफेद की बात नहीं ।
काले दाल दल जाओगे ।।
दुनिया देख खेदू सुंदर।
देखो सोच खल जाओगे ।।
……….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार