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26 Sep 2024 · 1 min read

4452.*पूर्णिका*

4452.*पूर्णिका*
🌷 बात हमारी भूल जाते🌷
22 22 2122
बात हमारी भूल जाते ।
याद हमारी भूल जाते ।।

जाने समझे प्यार कितना।
दुनिया सारी भूल जाते ।।

चल काँटों की सफर देखो।
कलियाँ न्यारी भूल जाते ।।

सुंदर सा संजोग अपना।
पीड़ा प्यारी भूल जाते ।।

सपनें अपने आज खेदू।
भ्रम बीमारी भूल जाते ।।
………..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
26-09-2024 गुरुवार

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