4402.*पूर्णिका*
4402.*पूर्णिका*
🌷 सुंदर खवाब हम देखे🌷
22 1212 22
सुंदर खवाब हम देखे।
मन लाजवाब हम देखे।।
बस देख कौन पाक यहाँ ।
रखते रुआब हम देखे।।
ये फूल चमन में महके।
खिलते गुलाब हम देखे।।
बहते हुए नदी हरदम ।
पीते जुलाब हम देखे।।
मस्त एक चेहरा खेदू।
पहने हिजाब हम देखे।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
21-09-2024 शनिवार