4380.*पूर्णिका*
4380.*पूर्णिका*
🌷 जान लो मेरी फितरत🌷
212 22 22
जान लो मेरी फितरत।
मान लो करते कसरत ।।
देख मुहब्बत से मुहब्बत ।
देत नफरत से नफरत।।
जिंदगी की शान यहाँ ।
रह मस्ती में सच नुसरत ।।
हँसते गाते रहते।
चाहते ना दिल बदसूरत ।।
सोच मस्त सीरत खेदू।
नेक मन सुंदर सूरत ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
19-09-2024 गुरुवार