4377.*पूर्णिका*
4377.*पूर्णिका*
🌷 समय नहीं पास तुम्हारें🌷
22 22 22 2
समय नहीं पास तुम्हारें ।
फिर कैसे खास तुम्हारें ।।
कहते दिल की बात यहाँ ।
कहना ना दास तुम्हारें ।।
जायज नाजायज क्या है ।
साथी बिंदास तुम्हारें ।।
सपनों के सच ये जीवन ।
जाने हर आस तुम्हारें ।।
बदले दुनिया अब खेदू।
मन में जो फांस तुम्हारें ।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
19-09-2024 गुरुवार