4375.*पूर्णिका*
4375.*पूर्णिका*
🌷 हम तो बदलाव चाहते🌷
22 22 1212
हम तो बदलाव चाहते।
दिल देख लगाव चाहते।।
रहते मन साथ में सजन ।
सब रोज अलाव चाहते।।
कहते बन तू न बेवफा।
सुंदरम स्वभाव चाहते।।
दुनिया अपनी यहाँ जहाँ ।
हम तनिक प्रभाव चाहते।।
मस्त खेदू शान से खरा।
न कभी अलगाव चाहते ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
19-09-2024 गुरुवार