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17 Sep 2024 · 1 min read

4353.*पूर्णिका*

4353.*पूर्णिका*
🌷 भूल जाते हैं कोई हमें🌷
2122 22 212
भूल जाते हैं कोई हमें ।
याद आते हैं कोई हमें ।।

फूल खिलते बगियां में यहाँ ।
देख भाते है कोई हमें ।।

झेलते हर संकट जिंदगी ।
साथ देते हैं कोई हमें ।।

रोज होती बरकत सच जहाँ ।
राज कहते है कोई हमें ।।

ख्वाब बुनते खेदू चाह रख ।
राह देते है कोई हमें ।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
17-09-2024 मंगलवार

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