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10 May 2024 · 1 min read

4. *वक़्त गुजरता जाता है*

यह वक़्त जिसे…
दिन-रात का नाम दिया
गुजरता जाता है।

किसी का हंस कर गुजरता है,
किसी का रोकर गुजरता है,
किसी का पाकर गुजरता है,
किसी का खोकर गुजरता है,
यह वक़्त है, गुजरता जाता है।

किसी के ख्वाब बिखर जाते हैं,
किसी के सपने सवंर जाते हैं,
किसी को मंजिल मिल जाती है,
किसी का राह में गुजरता है,
यह वक़्त है, गुजरता जाता है।

खुशी में फिसलता जाता है,
दुख मे मानो थम सा जाता है,
किसी का महफ़िल में गुजरता है,
किसी का तन्हाई में गुजरता है
यह वक़्त है,गुजरता जाता है।

कोई प्यार से जीता हॆ
कोई नफ़रत में जलता हॆ,
किसी का आसक्ति में गुजरता हॆ,
किसी का भक्ति में गुजरता हॆ,
यह वक़्त हॆ मधु
गुजरता ही जाता हॆ!

1 Like · 47 Views
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Books from Dr .Shweta sood 'Madhu'
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