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5 May 2024 · 1 min read

3394⚘ *पूर्णिका* ⚘

3394⚘ पूर्णिका
🌹 ये दुनिया खुश रहे 🌹
22 2212
ये दुनिया खुश रहे।
ये बगियां खुश रहे।।
जीते हम जिंदगी ।
ये खुशियां खुश रहे।।
साथी पतवार है।
ये कश्तियाँ खुश रहे।।
साहिल अपना यहाँ ।
ये दरिया खुश रहे।।
प्रेमी खेदू जहाँ ।
ये नदियाँ खुश रहे।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
05-05-2024रविवार

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