3358.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3358.⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 रोने वाले बस रोते हैं🌹
22 22 22 22
रोने वाले बस रोते हैं ।
खोने वाले बस खोते हैं ।।
फसलें काटेंगे कौन यहाँ ।
बोने वाले बस बोते हैं ।।
पत्तल उड़ाने से बचके रह ।
खाने वाले बस खाते हैं ।।
दुनिया भी अजब गजब देखो।
गाने वाले बस गाते हैं ।।
पाने की चाहत रख दिल में।
पाने वाले बस पाते है ।।
दौर नया खुद कहते खेदू।
लाने वाले बस लाते हैं ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
30-04-2024मंगलवार