3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3351.⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 नाहक परेशान हुआ करते🌹
22 22 22 22
नाहक परेशान हुआ करते।
चाहत में जान हुआ करते ।।
दुनिया अपनी यूं बदल यहाँ ।
जीवन कुरबान हुआ करते।।
काम बनाने से ही बनता ।
जीने की शान हुआ करते।।
सोच बड़े नेक यहाँ अपना।
दिल से पहचान हुआ करते ।।
मुहब्बत से मुहब्बत है खेदू।
कुछ तो अवदान हुआ करते।।
………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
30-04-2024मंगलवार