3350.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3350.⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 यूं जान हुए पहचान हुए🌹
22 22 22 22
यूं जान हुए पहचान हुए ।
अब देख कहाँ अनजान हुए ।।
दिल की धड़कन भी सुन लेते।
बनके जानेमन जान हुए ।।
करते परवाह नहीं दुनिया ।
अपनों का अपना मान हुए ।।
चलना वक्त के साथ सिखाते ।
सच में देखो कद्रदान हुए।।
मनचाहा यार मिले खेदू।
जीने की हसरत शान हुए ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार