Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2024 · 1 min read

3349.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3349.⚘ पूर्णिका
🌹 हम कम न ज्यादा रखते हैं🌹
2212 22 22
हम कम न ज्यादा रखते हैं।
देने का इरादा रखते हैं ।।
दुनिया यहाँ मतलब साधे।
सच याद वादा रखते हैं ।।
यूं महकते अपना जीवन।
मन देख सादा रखते हैं ।।
किस बात का डर है तुमको ।
ना वीर दादा रखते हैं ।।
मंजिलें दे खुशियाँ खेदू।
बस ध्यान नादां रखते हैं ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार

135 Views

You may also like these posts

मन की बातें अनकही हैं, ये दिल की गहराई से निकली हैं।
मन की बातें अनकही हैं, ये दिल की गहराई से निकली हैं।
पूर्वार्थ
कविता की बोली लगी
कविता की बोली लगी
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
माता- पिता
माता- पिता
Dr Archana Gupta
हिंदी दिवस - 14 सितंबर
हिंदी दिवस - 14 सितंबर
Raju Gajbhiye
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
मनोज कर्ण
किसी भी कीमत पर तेरी होना चाहती हूं
किसी भी कीमत पर तेरी होना चाहती हूं
Jyoti Roshni
जिंदगी
जिंदगी
Savitri Dhayal
पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा)
पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वक़्त हमने
वक़्त हमने
Dr fauzia Naseem shad
मै थक गया हु
मै थक गया हु
भरत कुमार सोलंकी
ग़ज़ल 1
ग़ज़ल 1
Deepesh Dwivedi
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
ओनिका सेतिया 'अनु '
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
संदेश
संदेश
seema sharma
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
गर्मियों की छुट्टियां
गर्मियों की छुट्टियां
अनिल "आदर्श"
कविता
कविता
Meera Thakur
इंतहा
इंतहा
Kanchan Khanna
- प्रेम के पंछियों को सिर्फ प्रेम ही दिखता है -
- प्रेम के पंछियों को सिर्फ प्रेम ही दिखता है -
bharat gehlot
“किरदार भले ही हो तकलीफशुदा  ,
“किरदार भले ही हो तकलीफशुदा ,
Neeraj kumar Soni
जै हनुमान
जै हनुमान
Seema Garg
राजनयिक कुछ राजनीति के‌...
राजनयिक कुछ राजनीति के‌...
Sunil Suman
लेखनी का सफर
लेखनी का सफर
Sunil Maheshwari
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
Chaahat
निश्चित जो संसार में,
निश्चित जो संसार में,
sushil sarna
रामपुर में जनसंघ
रामपुर में जनसंघ
Ravi Prakash
मुनव्वर राना
मुनव्वर राना
Dr. Kishan tandon kranti
किसी के ख़्वाबों की मधुरता देखकर,
किसी के ख़्वाबों की मधुरता देखकर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...