Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2024 · 1 min read

3342.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3342.⚘ पूर्णिका
🌹 बदलाव की बयार चली🌹
2212 1222
बदलाव की बयार चली ।
यूं प्यार की बहार चली।।
बस आज देखने वाले।
सावन बने फुहार चली ।।
महके चमन खिले कलियाँ ।
जान अपनी निसार चली।।
साथी बने जहाँ मौसम ।
कर लाड़ भी दुलार चली।।
तकनीक है आजमा खेदू।
फितरत यहाँ पुकार चली।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार

78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
Kumar lalit
हर बला से दूर रखता,
हर बला से दूर रखता,
Satish Srijan
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
चेहरा देख के नहीं स्वभाव देख कर हमसफर बनाना चाहिए क्योंकि चे
Ranjeet kumar patre
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
Anand Kumar
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
Ashwini sharma
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
Ravi Prakash
4383.*पूर्णिका*
4383.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
"फरेबी"
Dr. Kishan tandon kranti
इस संसार मे
इस संसार मे
स्वतंत्र ललिता मन्नू
दादी माॅ॑ बहुत याद आई
दादी माॅ॑ बहुत याद आई
VINOD CHAUHAN
करें प्यार
करें प्यार
surenderpal vaidya
زندگی تجھ
زندگی تجھ
Dr fauzia Naseem shad
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
जीवन में प्रकाश, जुगनू की तरह आया..
जीवन में प्रकाश, जुगनू की तरह आया..
Shweta Soni
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
Ajit Kumar "Karn"
@@ पंजाब मेरा @@
@@ पंजाब मेरा @@
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शिव स्तुति
शिव स्तुति
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
पहाड़
पहाड़
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
शिकायते बहुत हीं हैं ,
शिकायते बहुत हीं हैं ,
Manisha Wandhare
काल का स्वरूप🙏
काल का स्वरूप🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम की मर्यादा
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram
#आज_का_आलेख
#आज_का_आलेख
*प्रणय*
Loading...