3319.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3319.⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 अपनों से हम दिल की बात करते🌹
22 22 22 2122
अपनों से हम दिल की बात करते।
संग चले मंजिल की बात करते।।
अंधेरे का डर कैसा जहां में ।
रौशन ये कंडिल की बात करते।।
छोटा सा लगता अब काम सारे ।
दरिया में साहिल की बात करते।।
होते मकसद पूरा साथ जब हो।
कौन यहाँ काबिल की बात करते।।
हम पलकों पे बिछते फूल खेदू।
दुनिया भी शामिल की बात करते।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
24-04-2024बुधवार