3289.*पूर्णिका*
3289.*पूर्णिका*
🌷 बेफिक्र न रहा करो 🌷
22 2212
बेफिक्र न रहा करो ।
तकलीफ न सहा करो ।।
दुनिया बनती यहाँ ।
सच बात कहा करो ।।
दिल में हैं चाहतें ।
बन नीर बहा करो ।।
मस्त सेहतमंद भी ।
बस रोज हहा करो ।।
मिलती खेदू खुशी ।
गम को स्वाहा करो ।।
………✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
18-04-2024गुरुवार