3251.*पूर्णिका*
3251.*पूर्णिका*
🌷 मन अच्छा भी रखा कीजिए 🌷
212 212 212
मन अच्छा भी रखा कीजिए ।
यूं मजा भी चखा कीजिए ।।
जिंदगी भी यहाँ महकती ।
देख चमन परखा कीजिए ।।
नासमझ समझते जग जहाँ ।
सुत लपेट चरखा कीजिए ।।
काम है हम करें मेहनत।
बोझ भी कुछ हल्का कीजिए ।।
चमकते आज खेदू कहाँ ।
जान चांद चमका कीजिए ।।
……….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
09-04-2024मंगलवार