3244.*पूर्णिका*
3244.*पूर्णिका*
🌷 अचानक बदलता मौसम देखो🌷
122 122 22 22
अचानक बदलता मौसम देखो ।
न जाने कहाँ क्या मौसम देखो।।
जरा धूप-छाँव गरमी सरदी।
कभी भी बरसता मौसम देखो।।
करें हम भरोसा कैसे किस पर ।
नहीं संग झूठे मौसम देखो।।
यहाँ रंग हरदम रंगीन कहाँ ।
गिरगिट बन जाता मौसम देखो ।।
अजब दौर है आज यहाँ खेदू ।
पुराने नया सा मौसम देखो ।।
…….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
08-04-2024सोमवार