3232.*पूर्णिका*
3232.*पूर्णिका*
🌷 सीख लो जीने का ढंग तुम🌷
212 22 2212
सीख लो जीने का ढंग तुम।
रंग में कर जाते भंग तुम ।।
जो मिले आज तुम्हें रख यकीं ।
जीत लोगे सच हर जंग तुम।।
जिंदगी यूँ संवरती यहाँ ।
देख रह जाओगे दंग तुम ।।
प्यार की दुनिया है ले मजा।
समझते हो जिसको तंग तुम।।
बांटते खेदू दिल से खुशी।
यार रखना रोज उमंग तुम ।।
…….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
04-04-2024गुरुवार