3227.*पूर्णिका*
3227.*पूर्णिका*
🌷 बदल जाते अपने स्वभाव को🌷
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बदल जाते अपने स्वभाव को ।
दूर करते अपने अभाव को ।।
बात कुछ तो होती अलग यहाँ ।
जान जाते अपने लगाव को ।।
एक होने का भाव जिंदगी।
बस मिटाते अपने दुराव को।।
लोग सच होते किस्मत के धनी ।
मानते धन्य अपने चुनाव को ।।
पाक दामन खेदू रखे जहाँ ।
नेक जाने अपने प्रभाव को ।।
……..✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
02-04-2024मंगलवार