3220.*पूर्णिका*
3220.*पूर्णिका*
🌷 तुमसा कोई नहीं जग में🌷
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तुमसा कोई नहीं जग में ।
कुछ काँटे भी नहीं पग में ।।
दिल अपना खूबसूरत है ।
बहता खूं प्यार का रग में ।।
देखो बस आसमां छूते ।
खूब यहाँ हौसला खग में ।।
खुद पे रखते यकीं खेदू।
किस्मत कहाँ चमकती नग में ।।
…….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
01-04-2024सोमवार