3219.*पूर्णिका*
3219.*पूर्णिका*
🌷 तुमसा कोई नहीं मिला🌷
22 2212 12
तुमसा कोई नहीं मिला।
इस दुनिया से नहीं हिला।।
महफिल है प्यार का यहाँ ।
दिल भी यूं ही नहीं खिला।।
साथी मेरे जहाँ मिले।
देख अभेदा नहीं किला ।।
खुशियांँ बेशुमार जिंदगी।
कोई शिकवा नहीं गिला।।
दामन खेदू पकड़ चले।
प्यारा सा सजन काफिला ।।
…….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
01-04-2024सोमवार