3208.*पूर्णिका*
3208.*पूर्णिका*
🌷 जब मुहब्बत शानी हो जाए🌷
22 22 22 22
जब मुहब्बत शानी हो जाए।
तब रूत सुहानी हो जाए।।
खुशियां पाते खुशकिस्मत जहाँ ।
बस मेहरबानी हो जाए ।।
फितरत अपनी सुंदर देखो।
दुनिया दीवानी हो जाए ।।
काँटे भी फूल बने सच में ।
दिलबर बलिदानी हो जाए।।
सात जन्मों का बंधन खेदू।
ये रिश्ता रूहानी हो जाए।।
…….✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
30-03-2024शनि वार