3193.*पूर्णिका*
3193.*पूर्णिका*
🌷 दर्द छिपाया नहीं करते🌷
212 212 22
दर्द छिपाया नहीं करते ।
गम दिखाया नहीं करते ।।
जान जाते जहन भी सब ।
गुल खिलाया नहीं करते ।।
खोल कर राज कहते हम ।
मन मिलाया नहीं करते।।
हसरतें हो जहाँ पूरी।
तिल मिलाया नहीं करते।।
प्यास बुझते यहाँ खेदू।
शब्द पिलाया नहीं करते ।।
…….✍ डॉ .खेदूभारती”सत्येश”
26-03-2024मंगलवार