Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2024 · 1 min read

3180.*पूर्णिका*

3180.*पूर्णिका*
🌷 जिंदगी बनती नहीं बहाने से🌷
2122 212 1222
जिंदगी बनती नहीं बहाने से ।
मैल भी धुलती नहीं नहाने से ।।
रीत देखो प्रीत भी मिलेगी ना।
सीख भी चलती नहीं जमाने से।।
बात अपनी अलग है यहाँ सच में।
यूं कली खिलती नहीं खिलाने से।।
मेहनत ही शान है यहाँ अपनी।
मंजिलें मिलती नहीं मिलाने से।।
गुजर जाते हैं जहाँ कहीं खेदू।
नजर ये हटती नहीं हटाने से।।
…….✍ डॉ .खेदूभारती”सत्येश”
25-03-2024सोमवार

94 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3647.💐 *पूर्णिका* 💐
3647.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
Ravikesh Jha
जब कोई,
जब कोई,
नेताम आर सी
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
विशाल शुक्ल
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
शिष्य
शिष्य
Shashi Mahajan
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*अभिनंदन डॉक्टर तुम्हें* (कुंडलिया)
*अभिनंदन डॉक्टर तुम्हें* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
Rj Anand Prajapati
गुजरा कल हर पल करे,
गुजरा कल हर पल करे,
sushil sarna
जिस माहौल को हम कभी झेले होते हैं,
जिस माहौल को हम कभी झेले होते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
मैं गर ठहर ही गया,
मैं गर ठहर ही गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूँ भी होता है,अगर दिल में ख़लिश आ जाए,,
यूँ भी होता है,अगर दिल में ख़लिश आ जाए,,
Shweta Soni
■विरोधाभास■
■विरोधाभास■
*प्रणय*
वामांगी   सिखाती   गीत।
वामांगी सिखाती गीत।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महफ़िल जो आए
महफ़िल जो आए
हिमांशु Kulshrestha
अस्त हुआ रवि वीत राग का /
अस्त हुआ रवि वीत राग का /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राना लिधौरी के बुंदेली दोहे बिषय-खिलकट (झिक्की)
राना लिधौरी के बुंदेली दोहे बिषय-खिलकट (झिक्की)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं
मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं
Raju Gajbhiye
बाल कविता: भालू की सगाई
बाल कविता: भालू की सगाई
Rajesh Kumar Arjun
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
निरुपमा
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
Indu Singh
" तरकीब "
Dr. Kishan tandon kranti
" दोहरा चरित्र "
DrLakshman Jha Parimal
कण कण में है श्रीराम
कण कण में है श्रीराम
Santosh kumar Miri
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
पूर्वार्थ
Loading...