3164.*पूर्णिका*
3164.*पूर्णिका*
🌷 आज उनसे मुलाकात हो गई🌷
212 212 212 12
आज उनसे मुलाकात हो गई ।
जिंदगी की यहाँ बात हो गई ।।
देखते हम रहे राह सच यहीं ।
यूं खुशी सजन सौगात हो गई ।।
फूल की तरह खिलते रहे जहाँ ।
महक बिखरे करामात हो गई ।।
क्या नहीं पास अपने जरा कहे।
बिन घटा आज बरसात हो गई ।।
रौशनी बांट खेदू कहाँ तिमिर ।
हो वहाँ दिन जहाँ रात हो गई ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-03-2024शुक्रवार
(विश्व जल दिवस)