3150.*पूर्णिका*
3150.*पूर्णिका*
🌷 जीवन महके🌷
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जीवन महके ।
दुनिया महके।
रात यहाँ दिन ।
हरपल महके।।
नेक इरादा ।
खुशियांँ महके।।
प्यार करें सब ।
बगियां महके।।
साथी खेदू।
चाहत महके।।
………….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
20-03-2024बुधवार