Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2024 · 1 min read

3134.*पूर्णिका*

3134.*पूर्णिका*
🌷 मीठे बोल ही बोले🌷
22 212 22
मीठे बोल ही बोले।
घुलमिल घोल ही घोले।।
अपना क्या यहाँ देखो।
दुनिया झोल ही झोले।।
दिल खाली खजाना है ।
खाली खोल ही खोले।।
बदले रंग यूं मौसम ।
मन में गोल ही गोले।।
पनघट की डगर खेदू।
जल अनमोल ही मोले।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
17-03-2024रविवार

96 Views

You may also like these posts

पिला दिया
पिला दिया
Deepesh Dwivedi
"सहर देना"
Dr. Kishan tandon kranti
वगिया है पुरखों की याद🙏
वगिया है पुरखों की याद🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
“मौन नहीं कविता रहती है”
“मौन नहीं कविता रहती है”
DrLakshman Jha Parimal
अगर है इश्क तो (ग़ज़ल)
अगर है इश्क तो (ग़ज़ल)
Dushyant Kumar Patel
रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को,
रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को,
Ashwini sharma
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
আমার মৃত্যু
আমার মৃত্যু
Arghyadeep Chakraborty
【आज का शेर】
【आज का शेर】
*प्रणय*
सौवां पाप
सौवां पाप
Sudhir srivastava
सबके दिल में छाजाओगी तुम
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
मुख्तलिफ होते हैं ज़माने में किरदार सभी।
मुख्तलिफ होते हैं ज़माने में किरदार सभी।
Phool gufran
नारी
नारी
लक्ष्मी सिंह
कृषक समाज
कृषक समाज
Rambali Mishra
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
Rituraj shivem verma
*जीवन समझो एक फुलझड़ी, दो क्षण चमक दिखाती (हिंदी गजल)*
*जीवन समझो एक फुलझड़ी, दो क्षण चमक दिखाती (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जिंदगी समर है
जिंदगी समर है
D.N. Jha
भावी युद्ध ...
भावी युद्ध ...
SURYA PRAKASH SHARMA
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
है यह भी एक सत्य
है यह भी एक सत्य
उमा झा
"कर्म में कोई कोताही ना करें"
Ajit Kumar "Karn"
तुम समझ पाओगे कभी
तुम समझ पाओगे कभी
Dhananjay Kumar
Most times, things that happen to us have the capacity to in
Most times, things that happen to us have the capacity to in
पूर्वार्थ
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3151.*पूर्णिका*
3151.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...