3123.*पूर्णिका*
3123.*पूर्णिका*
🌷 वो चीज है मेरे पास🌷
2212 2221
वो चीज है मेरे पास ।
ये सोच जीने की आस ।।
ईमान पीने की चाह ।
पानी बुझा जाते प्यास।।
मन से लगे करते काम ।
जीवन यहाँ चलती सांस ।।
दुनिया कहे रास्ता नाप ।
बढ़ते रखे नेक विश्वास।
परवाह क्या खेदू देख।
जीते जहाँ हम बिंदास।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-03-2024गुरुवार