Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2024 · 1 min read

3121.*पूर्णिका*

3121.*पूर्णिका*
🌷 चाहत है सौगात की🌷
22 22 212
चाहत है सौगात की ।
ये डर फिर किस बात की ।।
दुनिया संवरती जहाँ ।
चक्रव्युह है दिन रात की ।।
बन जाती है जिंदगी ।
यूं एक मुलाकात की ।
करते कुदरत अंचभित ।
बातें हैं औकात की ।।
दिल खेदू नायाब सा।
बस राह करामात की ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-03-2024गुरुवार

117 Views

You may also like these posts

ज़ेहन से
ज़ेहन से
हिमांशु Kulshrestha
sp 81यह किस मोड़ पर
sp 81यह किस मोड़ पर
Manoj Shrivastava
संवेदना(फूल)
संवेदना(फूल)
Dr. Vaishali Verma
*बीमारी जो आई है, यह थोड़े दिन की बातें हैं (हिंदी गजल)*
*बीमारी जो आई है, यह थोड़े दिन की बातें हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा "राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान-2024" से सम्मानित हुए रूपेश
रुपेश कुमार
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक चाय हो जाय
एक चाय हो जाय
Vibha Jain
स्वाधीनता दिवस
स्वाधीनता दिवस
Kavita Chouhan
अगर प्रेम में दर्द है तो
अगर प्रेम में दर्द है तो
Sonam Puneet Dubey
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
शेख रहमत अली "बस्तवी"
उपलब्धियां
उपलब्धियां
ललकार भारद्वाज
"अल्फाज "
Dr. Kishan tandon kranti
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
Manisha Wandhare
इच्छाएं.......
इच्छाएं.......
पूर्वार्थ
🙅समझ जाइए🙅
🙅समझ जाइए🙅
*प्रणय*
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
manjula chauhan
एक गीत तुमको लिखा
एक गीत तुमको लिखा
Praveen Bhardwaj
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
Ravikesh Jha
An eyeopening revolutionary poem )क्यूँ दी कुर्बानी?)
An eyeopening revolutionary poem )क्यूँ दी कुर्बानी?)
komalagrawal750
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
"मां" याद बहुत आती है तेरी
Jatashankar Prajapati
हमको इतनी आस बहुत है
हमको इतनी आस बहुत है
Dr. Alpana Suhasini
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
Raju Gajbhiye
बिन माली बाग नहीं खिलता
बिन माली बाग नहीं खिलता
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बाबासाहेब 'अंबेडकर '
बाबासाहेब 'अंबेडकर '
Buddha Prakash
विषय:मैं आज़ाद हूँ।
विषय:मैं आज़ाद हूँ।
Priya princess panwar
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
4140.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Every moment has its own saga
Every moment has its own saga
अमित
उमर भर की जुदाई
उमर भर की जुदाई
Shekhar Chandra Mitra
Loading...