3114.*पूर्णिका*
3114.*पूर्णिका*
🌷 मौसम का रंग पल पल बदलता रहता🌷
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मौसम का रंग पल पल बदलता रहता ।
अपना मन देख चंचल मचलता रहता ।।
पाकर लगता अच्छा दामन यहाँ देखो।
नेकी करते बुरे दिन निकलता रहता।।
मंजिल अपनी डगर रखते नजर हरदम।
वक्त भी खोकर यहाँ हाथ मलता रहता।।
करते परवाह भी यूं जान से ज्यादा।
जीवन प्यारा जहाँ साथ चलता रहता ।।
रखते दिल में सभी बस हौसला खेदू।
सुंदर सपनें जहाँ रोज पलता रहता ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
12-03-2024मंगलवार